ॐ नमः शिवाय
श्री दक्षिणा मूर्ति स्तोत्रम – Sri Dakshina Murthy Stotram
विश्वं दर्पण दृश्यमान नगरी तुल्यं निजान्तर्गतं
पश्यन्नात्मनि मायया बहिरिवॊद्भूतं यधा निद्रया ।
यः साक्षात्कुरुतॆ प्रबॊधसमयॆ स्वात्मानमॆ वाद्वयं
तस्मै श्रीगुरुमूर्तयॆ नम इदं श्रीदक्षिणामूर्तयॆ ॥ 1 ॥
ॐ नमः शिवाय
श्री शिव सहस्रनामा स्तोत्रं – Shiva Sahastranama Stotram
ॐ स्थिरः स्थाणुः प्रभुर्भानुः प्रवरॊ वरदॊ वरः ।
सर्वात्मा सर्वविख्यातः सर्वः सर्वकरॊ भवः ॥ 1 ॥
ॐ नमः शिवाय
हिमालय
का प्रवेश द्वार, ऋषिकेश जहां पहुंचकर गंगा पर्वतमालाओं को पीछे छोड़
समतल धरातल की तरफ आगे बढ़ जाती है। हरिद्वार से मात्र 24 किलोमीटर की
दूरी पर स्थित ऋषिकेश विश्व
ॐ नमः शिवाय
श्री शिव भुजंगम स्तोत्रम – Sri Shiva Bhujanga Stotram
गलद्दानगण्डं मिलद्भृङ्गषण्डं
चलच्चारुशुण्डं जगत्त्राणशौण्डम् ।
कनद्दन्तकाण्डं विपद्भङ्गचण्डं
शिवप्रॆमपिण्डं भजॆ वक्रतुण्डम् ॥ 1 ॥
ॐ नमः शिवाय
Sri Sivashtaka Stotram - श्री शिवाष्टक स्तोत्रं
जय शिवशंकर, जय गंगाधर, करुणा-कर करतार हरे,
जय कैलाशी, जय अविनाशी, सुखराशि, सुख-सार हरे
जय शशि-शेखर, जय डमरू-धर जय-जय प्रेमागार हरे,
जय त्रिपुरारी, जय मदहारी, अमित अनन्त अपार हरे,
निर्गुण जय जय, सगुण अनामय, निराकार साकार हरे।
श्री उमा महेश्वर स्तोत्रं – Sri Uma Maheshwara Stotram
नमः शिवाभ्यां नवयौवनाभ्यां
परस्पराश्लिष्टवपुर्धराभ्याम् ।
नगॆन्द्रकन्यावृषकॆतनाभ्यां
नमॊ नमः शङ्करपार्वतीभ्याम् ॥ 1 ॥